*दो मिनट का मौन रख कर स्वर कोकिला के निधन पर जताया गया शोक, आत्मा की शांति के लिए की गई प्रार्थना
रक्सौल।(vor desk )।दुनियां में मशहूर पार्श्व गायिका व भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन से देशवासियों की आंखे नम है।उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया जा रहा है।इसी बीच,रक्सौल में गीतों से जोड़ कर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई हैं। 93 वर्षीया सुरों की देवी लता दीदी को संगीत और कला प्रेमी महिलाओं ने यहां संगीत मय श्रद्धांजलि दी,जिंसमे उपस्थित सभी भाव विह्वल हो गए
शहर के नागा रोड स्थित राज निवास में कपड़ा बैंक व शारदा कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में लता दीदी को महिलाओं व युवतियों ने यादगार ढंग से संगीतमय श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान कपड़ा बैंक की निदेशिका ज्योति राज व स शारदा कला केंद्र की संचालिका शिखा रंजन ने लता दीदी को भारत की सरस्वती की वरद पुत्री बताया एक महिला गीतकार बताया ,जो देश-दुनिया के लिए मिशाल बनीं।लोक प्रियता के लिए कभी भी द्विअर्थी गाना नही गाया।पांच पीढ़ियों के लोग उनके दीवाने रहे। देश के लिए’ए मेरे वतन के लोगों ‘गाना गा कर उन्होंने पीएम नेहरू से मोदी तक को रुला दिया था।इस दौरान दीप जला कर पुष्पांजलि के बीच श्रद्धांजली दी गई और संगीत के जरिये उन्हें याद किया गया।ज्योति राज ने ‘ए मेरे वतन के लोगों व अपराजिता ने -‘रहें ना रहें हम, महका करेंगे,बन के कली, बन के सबा, बाग़े वफ़ा ‘जैसे गानों के जरिये उन्हें याद किया।वहीं,बनारस से आये कलाकार रजनीश ने भी गीतों को गा कर आंखे नम कर दी।इस दौरान संस्था से जुड़ी महिला सदस्य सुमन,रेखा गुप्ता,पूनम गुप्ता,सीता देवी,गीता देवी,मधु सर्राफ,शकुंतला देवी,बेबी सिद्धि गुप्ता,स्मृति रौनियार,संगीता गुप्ता,उर्मिला देवी
,आशा देवी,सुमन लता,ज्योति अग्रवाल,नीलम खेतान,खुशी राज गुप्ता आदि उपस्थित रहीं।