रक्सौल।( vor desk )। रक्सौल विधान सभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सह कांग्रेस नेता राम बाबू यादव ने कहा है कि सरकार लाक डाउन की अवधि बढ़ाती रही है। जिससे आम लोगों के साथ साथ सरकारी कर्मचारियो में भी क्षुब्धता दिख रही है।यदि राहत के उपाय नही किये गए,तो स्थिति गम्भीर हो सकती है।कोरोना से ज्यादा भूख और अन्य बीमारी से मौत हो जाएगी।
उन्होंने क्षेत्रीय सांसद और विधायक पर जम कर हमला बोलते हुए कहा कि झूठ और झांसे की दुकानदारी ज्यादा दिन नही चलने वाली।पहले क्षेत्र के मजदूर -गरीब की चिंता करनी चाहिए।अब तक विकास की जगह केवल विनाश किया है।अब जले पर नमक छिड़क रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने शुरू मे 21दिन के लिये समय मांग था ।पुरे हिन्दुस्तान की जानता ने साथ दिया था ।अब डेढ़ महीने हो गए। फिर अवधि बढाया जा रहा है।यदि सरकारी तंत्र सफल रहता,तो इसकी जरूरत नही रहती।लेकिन,सरकार अपनी विफलता आम जनता पर थोप रही है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों की इस सरकार से उम्मीद हट गई है। बिहार से बाहर जो हमारे मजदूर फंसे हैं। उनके साथ जोर जुलूम हो रहा है।ऐसा अग्रेंजो के समय भी नहीं हुआ था ।मोदी सरकार पुरी तरह फेल है।सरकारी कर्मचारी असुरक्षा में जी रहे हैं।लेकिन कोई देखने वाला नही है।
उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि मजदूर 500से 700 किलोमीटर पैदल चल रहे । सैकड़ों मजदूर मर गये। हजारों मजदूर के पैर मे छाले पड गये है । कुछ लोग विमार पड गए हैं।हद तो यह है कि बिहार सरकार 15साल शासन मे रहने के बाद पिछले 15साल का हिसाब मांग रही है।
उन्होंने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए जरुरतमन्दों व पुलिस कर्मियों को मास्क , साबुन ,खाद्य सामग्री, वितरण के के क्रम मे जोकियारी ,कौवाडागड शीतलपुर, सिसवा आदि गांवों का भ्रमण किया।बाद में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि क्षेत्र मे लोग भूखे मरने की नौबत है।और यहां के जन प्रतिनिधि विडिओ कांफ्रेंसिंग में व्यस्त हैं।जनता को बरगलाने में लगे हैं ।