रक्सौल।(vor desk )।कोरोना के कहर में बाहर रहने वाले लोगो को परेशानी इतना बढ़ गई कि गाँव घर की याद आ गई। बाहर में सभी मजदूर अपने ही देश मे अपने गाँव आने के लिए हर बाधा तोड़ कर आने को बेताब हो गए। रेलवे ट्रैक और ग्रामीण रास्ते होकर हरियाणा से रक्सौल के गाँव पहुंचे।
कुछ इसी तरह की नजारा रामगढ़वा प्रखण्ड के रघुनाथपुर गाँव मे दिखने को मिला। जहाँ हरियाणा के बलब्भगढ़ से करीब 1200 किलो मीटर की सफर साइकल से तय कर अहले सुबह तीन युवक गाँव पहुँचे। गांव पहुंचने की सूचना मिलते ही सभी को गाँव के बगल में बगीचा में घर वाले ने रोक दिया। युवकों को देखने के लिए गाँव से बहुत लोगो इकट्ठा हो गए। सभी गाँव वाले तीनो युवक से साइकल यात्रा की परेशानी पूछ रहे थे । तो कई गांव वाले इतनी लंबी यात्रा साइकल से तय करने पर तीनो युवकों को शाबासी दे रहे थे।
तीनो युवक ने बताया की हरियाणा के फैक्ट्री में काम कर रहे थे। अचानक से लॉक डाउन होने काम बन्द हो गया और खाने पीने की समस्या हो गई। स्थानीय पुलिस प्रशासन बार बार मदद मांगने पर अस्वाशन के अलावा कुछ नही मिला। फिर हम लोगो ने गाँव आने का फैसला किया। गाँवो में जाकर साइकल खरीदी और हरियाणा से चल दिए। हरियाणा बॉर्डर से निकलने के लिए गाँव और नदियों के बगल के रास्ते से बॉर्डर पार कर भाया यूपी होकर आए है। रास्ते मे पुलिस से बचने के लिए गाँव के रास्ते , रेलवे ट्रैक से होकर और कही कही हाइवे पर साइकल चला कर आए है। अमित कुमार,कपिल कुमार व मनोज कुमार नामक यह युवक आखिर घर पहुच गए।भले ही सरकार ने उन्हें नही पहुंचाया।( रिपोर्ट:लव कुमार)