रक्सौल।(vor desk) कोविड-19 को के कर जारी लॉक डाउन में ढील देते हुए व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सशर्त खोलने की अनुमति दी गई है।लेकिन,कपड़ा और रेडीमेड दुकानों को इससे वंचित रखा गया है।जबकि, इससे पूर्व के जारी आदेश में जिला प्रशासन ने अनुमति दे दी थी।बाद में आदेश सूची से इसे निकाल दिया गया।जिससे कपड़ा व रेडीमेड व्यवसायी निराश हैं। इस बीच टेक्सटाइल चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने बिहार के मुख्य सचिव को एक आवेदन पत्र लिखकर इसकी प्रतिलिपि सीएमओ, डीएम व टेक्सटाइल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज को दिया है। इस पत्र के बारे में विज्ञप्ति के माध्यम से टेक्सटाइल चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि व्यापार आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है, जिसके फलस्वरूप लाखों लोगों का भरण पोषण चलता है। लॉकडाउन के लगातार जारी रहने के कारण कपड़ा व्यापार से जुड़े लाखों लोगों के सामने भूखमरी की समस्या खड़ा हो गई है। लगातार दुकान बंद होने से चूहा के कारण क्षति, डिज़ाइन का फेल होना, नमी के कारण परेशानी बढ़ने वाली है जिससे पूँजी ही टूट जाएगा। इस तरह की और भी समस्याएँ पैदा हो रही है।स्टाफ खर्च व किराया सहित दुकान का स्थायी खर्च भारी पड़ रहा है। इस आलोक में उन्होंने निवेदन किया है कि अन्य व्यापार की भाँति सप्ताह में तीन दिन कपड़ा व्यापार को भी चालू करने का आदेश निर्गत किया जाय। इधर,टीसीसी के संरक्षक शिव पूजन प्रसाद और अध्यक्ष अरुण गुप्ता ने कहा कि हम शर्तों के अनुपालन को प्रतिबद्ध हैं।उन्होंने कहा कि टीसीसी जागरूकता अभियान चलाती रही।और लॉक डाउन का पूर्ण अनुपालन भी किया है।इसलिए दुकानो को खोलने की अनुमति देने पर गम्भीरता से विचार करने की जरूरत है।
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