Monday, September 30

लूट कांड:धीरज को शूट टु कील के इरादे से क्लोज रेंज से मारी गई थी गोली ,काटा गया था दोनो हाथो का नस,गोली निकली,सुरक्षा बढ़ी!

रक्सौल रेल रोड लूट कांड में जख्मी धीरज के सीने में फंसी कारतूस निकाली गई गोली,रेल पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

• क्लोज रेंज से मारी गई थी गोली ,दोनो हाथ के नसों को काटने के साथ 14 जगह मारी गई थी चाकू

रक्सौल।(vor desk) ।रक्सौल स्टेशन रोड में सिंचाई विभाग के कार्यालय के पास हुंडी कारोबारी के कैरियर धीरज कुमार को गोली और चालू मार कर हुई लूट पाट में रेल पुलिस ने जांच के क्रम में रहस्योद्घाटन किया है कि अपराधियों ने क्लोज रेंज से प्वाइंट ब्लैक पर यानी सीने से सटा कर गोली मारी थी।हाथ के नसों को काट दिया था,जिसका मकसद साफ साफ’ शूट टू किल था।अपराधियो को इस बात की भनक थी की यदि धीरज बच गया तो भंडाफोड़ होगा और उनकी मुश्किल बढ़ जाएगी।इसी के लिए जब उन्होंने लूट की योजना बनाई,तो अपना लक्ष्य साफ रखा और यह पता था कि धीरज के पास बड़ी रकम है।तब अपराधियो ने प्लान के तहत घेर कर उक्त वारदात को अंजाम दिया।इस बात का खुलासा करते हुए रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि धीरज करियर के रूप में रुपए ढोने का काम करता था।जब अपराधी हमले कर लूट पाट की,तब उद्देश्य साफ था, सबूत मिटाना! उन्होंने बताया कि इसी कारण चाकू से कुल चौदह जगह गोदा और दोनो हाथों के नसो को काट दिया,ताकि,खून बहने से बचने की गुंजाइश ना रहे।यह पेशेवर गिरोह से जुड़े शातिर अपराधियों का का काम है।यही वजह थी कि कटे हुए नस और क्लोज रेंज से गोली मारी गई।उन्होंने बताया कि सीने पर जहां गोली लगी वहां जलने का निशान था,यह तभी होता है,जब पॉलिंट जीरो रेंज से प्वाइंट ब्लैक पर गोली मारी जाती है।यह कोई शार्प शूटर ही कर सकता है,जिसको शूट करने की महारत और अनुभव हो।

बढ़ाई गई सुरक्षा

घटना की गंभीरता और धीरज के जान पर खतरे की आशंका के मद्देनजर एसआरपी हॉस्पिटल में पुलिस टीम तैनात कर दी गई है।किसी को मिलने जुलने की इजाजत नही है।रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि क्लॉक वाइज 24 घंटे चार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया हैं।

निकाली गई गोली

सोमवार की दोपहर तीन चार घंटे के ऑपरेशन के बाद धीरज कुमार के शरीर से गोली को निकाल दिया गया है। जिसकी जानकारी देते हुए एसआरपी मेमोरियल हॉस्पिटल के निदेशक सह मुख्य चिकित्सक डॉ. सुजीत कुमार ने बताया कि जब 28 वर्षीय धीरज को हॉस्पिटल लाया गया तो उसे 14 अलग-अलग जगहों पर चाकू मारा गया था और एक गोली सीने में मारी गई थी।भर्ती करते वक्त स्थिति काफी गंभीर थी, और आईसीयू में रखा गया।अब उसका सफल ऑपरेशन करते हुए गोली निकाल दी गई है, धीरज सुरक्षित है।

कारतूस की होगी जांच

रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि धीरज के सीने से निकाली गई गोली को पटना स्थित बैलस्ट्रिक लेबोरेट्री भेजी जा रही है,ताकि,पता लगे कि कौन से कारतूस का उपयोग हुआ,आर्म्स कौन था।

छापेमारी जारी
रेल पुलिस ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है।छापेमारी लगातार जारी है। धीरज के साथ स्टेशन जा रहे युवक की भी तालाश जारी है, जो ,घोड़ासहन का निवासी है। मामले में दर्जनों जगहों पर एसआईटी ने छापेमारी की गई हैं।

क्या है मामला

पिछले बुधवार को धीरज पर जानलेवा हमला और लूट पाट के बाद रेल एसपी के निर्देश पर डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में कांड का उद्भेदन किया गया था, जिसमें दो गिरफ्तारी के साथ 70 लाख 83 हजार 5 सौ इंडियन एवं 14 लाख 36 हजार 750 नेपाली करेंसी बरामद हुआ था। मामला हुंडी कारोबार से जुड़ा,जिसको ले कर लगातार जांच जारी है।

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