केंद्र सरकार में जल संसाधन विभाग के संसदीय कमिटी के अध्यक्ष पद की भी मिली जिम्मेवारी
दिल्ली/पटना/रक्सौल।( vor desk )।पश्चिमी चंपारण से सांसद डॉ0 संजय जायसवाल को बीजेपी का नया प्रदेश अध्य़क्ष बनाया गया है।अमित शाह ने उन्हें नया अध्यक्ष बनाने की मंजूरी दे दी है।नित्यानंद राय के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से ही प्रदेश भाजपा का नया अध्य़क्ष बनना तय था।पार्टी विधान के तहत कोई एक व्यक्ति एक ही पद पर रह सकता है।लिहाजा,नित्यानन्द राय के गृह राज्य मंत्री बनने के साथ ही नये प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा तेज हो गई थी।कई नाम चर्चे में थे।हालाकि साढ़े तीन महीने बाद नित्यानंद राय के बदले संजय जयसवाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।संजय जयसवाल पिछड़े तबके से आते हैं।वे भाजपा के कोर वोट बैंक माने जाने वाले वैश्य बिरादरी से हैं।अब तक वे प्रदेश उपाध्यक्ष पद संभालते आ रहे थे.वहीं,उन्हें ताजा निर्णय में केंद्र सरकार में पुनर्गठित संसदीय कमिटी में जल संसाधन विभाग के संसदीय कमिटी के अध्यक्ष पद का जिम्मा भी दिया गया है।
संजय जायसवाल का राजनीति से पुराना रिश्ता रहा है और वे भाजपा के अनुभवी नेताओं में से एक माने जाते हैं। वो लगातार साल 2009 से पार्टी के सांसद रहे हैं। बिहार में अगले साल विधानसभा का चुनाव भी होना है और एनडीए की सहयोगी जदयू से भाजपा के रिश्ते में तनातनी भी चल रही है। एेसे में संजय जायसवाल का बिहार की कमान को संभालना एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जाएगा।
कौन हैं संजय जायसवाल:
डॉ संजय जायसवाल पार्टी के वरिष्ठ नेता व तीन बार सांसद रहे स्व0 डॉ मदन जायसवाल के बेटे हैं।इनका जन्म 29 नवंबर 1965 को हुआ था।इन्होंने पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री ली हुई है।उसके बाद इन्होंने दरभंगा से एमडी किया है।संजय जायसवाल की शादी डॉ मंजू जायसवाल से हुई है।इनको एक बेटा और एक बेटी है।
पहली बार 2009 में मिला टिकट,जीत भी
संजय जाययवाल पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉक्टरी पेशा में उतर गए ।क्योंकि उनके पिता डॉ मदन जायसवाल राजनीति में थे और बेतिया से बीजेपी सांसद थे।पिता की मृत्यु के बाद संजय जायसवाल को 2009 में पश्चिमी चंपारण से बीजेपी का टिकट दिया गया।वे पहली दफा 2009 में सांसद बने और दिल्ली पहुंचे।उसके बाद 2014 में भी जीत कर संसद पहुंचे और तीसरी दफे 2019 में भी जीत बरकरार रखी और जीत का हैट्रिक लगा दिया।वे अब तक बिहार भाजपा का पद सम्भाल रहे थे।2019 के संसदीय चुनाव के बाद वे लोक सभा मे बीजेपी के मुख्य सचेतक हैं।साथ ही वे पटना एम्स में गवर्निंग बड़ी सदस्य भी हैं।वे भाजपा के चिकित्सा मंच के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि आज सांसद डॉ. संजय जायसवाल को आज बिहार बीजेपी की कमान सौंप दिया गया है।पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इसकी मंजूरी दे दी है।तत्काल प्रभाव से यह निर्णय लागू हो गया है।
पिता का सपना बेटे ने किया पूरा:
बिहार बीजेपी में डॉ0 मदन जायसवाल एक कद्दावर हस्ती थे।वे प्रदेश के उपाध्यक्ष भी थे।और प्रदेश अध्यक्ष पद के स्वाभाविक दावेदार भी।उन्हें लगातार मंत्री बनाने की मांग भी उठती रही।लेकिन,इसी क्रम में पार्टी से कई मुद्दों पर उनकी नाराजगी बन गई।इसके बाद वे राजद में शामिल हो गए।इसी दौर में डॉ0 संजय ने बेतिया से विधान सभा चुनाव भी लड़ा।जिसमे पराजय मिली।लेकिन, बाद में उनकी पुराने घर वापसी हो गई।डॉ0 मदन जायसवाल के निधन के बाद डॉ0 संजय जायसवाल को पार्टी ने टिकट दिया।इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नही देखा।पार्टी में इसकी चर्चा है कि पिता तो प्रदेश अध्यक्ष नही बने,पर,पुत्र ने उनके अधूरे सपने को पूरा कर दिखाया।हालाकि, डॉ0 संजय ने जिस तरह राष्ट्रपति चुनाव से ले कर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी पैठ बनाई है, ऐसे, भविष्य में चंपारण का मान बढ़ना तय है।वैसे,राधामोहन सिंह के बाद डॉ संजय ने इस पद को सुशोभित किया है।इससे चंपारण में उत्साह व हर्ष है।