रक्सौल।( vor desk )।अफ्रीकन स्वाइन फीवर के रोक थाम व नियंत्रण को ले कर डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर टीम द्वारा तीसरे दिन भी सुअरों की कलिंग जारी रही।इसके लिए रोग के फैलाव के केंद्र बिंदु वार्ड 7 अहरिवा टोला के महा दलीत बस्ती समेत इंफेक्टेड जोन में सुअरों को पकड़ने के लिए विशेष खोज अभियान चलाया गया ,जिसके लिए क्षेत्र को चार सेक्टर में बांट कर टीम के नेतृत्व में नप के कर्मियों समेत 28 सफाई कर्मियों को लगाया गया था। जिसके कारण सबसे ज्यादा सुअरो की कलिंग आज सम्भव हो सकी।रक्सौल नगर में विशेष नेशनल एक्शन प्लान के तहत मंगलवार को कुल 25 सुअरो की कलिंग की गई। जानकारी के मुताबिक,इसमे नगर के मछली बाजार एरिया से 17 व तुमड़िया टोला से 2 यानी 18 समेत वार्ड 19 व 24 समेत विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों से सुअरों की बरामदगी कर कलिंग की गई और उसका वजन कर लाभुकों को मुआवजा के लिए सूचीबद्ध किया गया।।इस तरह तीन दिनों में कुल 46 सुअरों की कलिंग हुई है।सुअरों के मारने यानी कलिंग का अभियान का नेतृत्व डीसीएलआर सह नगर परिषद के प्रशासक राम दुलार राम ने किया ।जबकि, जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम में पटना से आये पशुपालन विभाग के कनीय सहायक शोध पदाधिकारी डॉ शशि भूषण प्रसाद, डॉ विजय कुमार सिंह,डॉ मनोज कुमार,डॉ उपेंद्र कुमार चौधरी ,पशुधन सहायक राकेश कुमार ,जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार सिंह,अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार , प्रखण्ड पशुपालन पदाधिकारी व पशु चिकित्सक डॉ विकास चन्द्र मिश्रा,नप के प्रधान सहायक चन्देश्वर बैठा,सफाई निरीक्षक राम नरेश कुशवाहा,कम्प्यूटर ऑपरेटर अजित कुमार समेत आशिष कुमार,सोनू मंडल आदि उपस्थित रहे।जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि स्वाइन फीवर इन्फेक्टेड एरिया समेत बफर जोन में सुअरों के आवाजाही,खरीद- बिक्री,मांस बिक्री-सेवन को प्रतिबन्धित किया गया है।खाद्य पदार्थ को भी नष्ट करने के निर्देश है।नियमो लंघन पर कार्रवाई की जायेगी।गौरतलब है कि पूर्वी चंपारण के रक्सौल में जून 2022 के शुरुवात में ही सुअरो के मरने की खबर सामने आई थी।जिसके बाद जांच में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई ,तदोपरांत, प्रशासन द्वारा कलिंग के लिए टीम गठित हुई।इस रोग से अब तक सैकड़ो सुअरों की मौत हो चुकी है।