रक्सौल।( vor desk )। मानव तस्करी रोधी इकाई (क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया) सशस्त्र सीमा बल व एनजीओ प्लान इंडिया द्वारा मानव तस्करी की रोकथाम के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया ।
यह बैठक एकीकृत जांच चौकी ( ICP) पर संपन्न हुई। बैठक का संचालन इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा द्वारा किया गया तथा उन्होंने सभी संस्थाओं और एनजीओ से मानव तस्करों का डाटा तैयार करने में सहयोग की मांग की। जिससे समय समय पर मानव तस्करों को पहचान कर उन पर कार्यवाही की जा सके।
इंस्पेक्टर शर्मा ने कहा कि मानव तस्करी रोधी इकाई (क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया) कार्यालय 47वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल केवल बोर्डर पर मानव तस्करी के अपराध पर ही कार्य नहीं कर रही है बल्कि दूसरे राज्यों में सरकारी संस्थाओं और एनजीओ के सहयोग से कार्य कर रही है।नेपाल और बिहार की कई पीड़ितों को भारत के दूसरे राज्यों से उद्दार (रेस्क्यू) कर उनके घर वापस होने के रास्ते तैयार किये।
इस बैठक में बॉर्डर पर आपसी तालमेल और मानव तस्करी रोकथाम के संदर्भ में होने वाली समस्याओ पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में मानव तस्करी के नये नये तरीकों को काउंटर करने के लिए आपसी सहयोग करने पर सहमती बनी तथा जिस प्रकार तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे बच्चो को फँसाने के लिए बच्चों का ही प्रयोग करते हैं। इसी प्रकार सभी एनजीओ और सरकारी संस्थाओं द्वारा बच्चों के ऐसे ग्रुप तैयार करने पर सहमती बनी जो मानव तस्करी पर दूसरों बच्चों को जागरुक करेंगे तथा यदि कहीं कोई समस्या होगी तब वो भी साझा कर सकें।
इस बैठक में मुख्य रूप से भारत की ओर से डिप्टी कमांडेंट एल बसंता (47वीं वाहिनी), इंस्पेक्टर/जीडी मनोज कुमार शर्मा (मा.त.रो.ई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया), इंस्पेक्टर ऋतुराज (आर.पी.एफ रक्सौल), एसआई धर्मेंद्र कुमार (जीआरपी रक्सौल), रामजनम (एनजीओ प्लान इंडिया), आरती कुमारी (एनजीओ प्रयास रक्सौल), रंजीत सिंह (एनजीओ स्वच्छ रक्सौल), संदीप कुमार शर्मा (एनजीओ न्याय प्रोजेक्ट), अभिषेक कुमार (एनजीओ चाइल्ड लाइन रेलवे रक्सौल),
तथा नेपाल की ओर से डीएसपी संतोष बस्नेट (एपीएफ नेपाल) इंस्पेक्टर हिमाल (नेपाल पुलिस) सबइंस्पेक्टर रामप्रकाश ठकुरी (एपीएफ नेपाल), बिनोद खाटी (एनजीओ आफन्ता नेपाल), गोमा पोडल (एनजीओ माइती नेपाल) इत्यादि उपस्थित थे।