Wednesday, October 2

नेपाल प्लेन क्रैश:कोर्ट के आदेश से घूमने नेपाल गए एक भारतीय परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत

मृत भारतीय परिवार की फाइल फोटो व क्रैश प्लेन ( साभार-सोशल मीडिया )

नई दिल्ली/काठमांडू।( vor desk )।महाराष्ट्र के ठाणे का रहने वाला एक परिवार, जिसमें पति, पत्नी और दो बच्चे थे। कुछ समय पहले पति और पत्नी के बीच तलाक हो गया। फैमिली कोर्ट ने पति अशोक कुमार त्रिपाठी को साल में एक बार परिवार से मिलने का ऑर्डर दिया। ऑर्डर के अनुसार अशोक 10 दिन के लिए बच्चों के साथ परिवार से मिल सकते थे। परिवार में पति पत्नी के अलावा साथ एक 22 साल का बेटा धनुष और 15 साल की बेटी रीतिका थी। अब इसे तकदीर का खेल ही कहेंगे कि अदालत के जिस आदेश पर परिवार एक साथ मिलना था, वहीं इनकी जिंदगी को खत्म करने वाला साबित हो गया। यह परिवार नेपाल के तारा एयरलाइन के उस विमान पर उन 22 लोगों में शामिल था जो रविवार को लापता हो गया।

*तीन दिन पहले ही नेपाल पहुंचा था परिवार
अदालत के आदेश के बाद 54 वर्षीय अशोक कुमार त्रिपाठी ने पत्नी वैभवी (51 वर्ष) और बेटे-बेटी के साथ नेपाल घूमने का प्लान बनाया था। इसके लिए ये लोग तीन दिन पहले ही नेपाल पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद इन लोगों ने मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम घूमने की प्लानिंग की,वहां से मुक्ति नाथ मंदिर में दर्शन की योजना थी। इसके लिए इन लोगों ने तारा एयरलाइन में टिकट बुक की थी। हालांकि, परिवार का जोमसोम घूमने व मुक्ति नाथ मंदिर दर्शन की प्लानिंग प्लेन क्रैश होने की वजह से पूरी नहीं हो सकी।

*मुक्तिनाथ मंदिर की खासियत

यह मंदिर जोमसोम से 18 किलोमीटर दूर मस्टैंग जिले में स्थित है।मंदिर 3760 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दुनिया के सबसे बड़े थोरुंग ला दर्रे में बना हुआ है। माना जाता है कि यह उन 8 पवित्र मंदिरों में से एक है, जिन्हें किसी ने बनाया नहीं, बल्कि ये अपने आप उत्पन्न हुए हैं। मान्यता है कि यहां भगवान विष्णु को वृंदा के श्राप से मुक्ति मिली थी।

*बीमार मां के साथ रहती थी वैभवी
वैभवी बांडेकर त्रिपाठी तलाक के बाद ठाणे-नासिक हाईवे स्थित रुस्तम जी एथीना में अपने दोनों बच्चों के साथ रह रही थी। बेटा धनुष कॉलेज की पढ़ाई कर रहा था जबकि बेटी अभी स्कूल में पढ़ रही थी। वैभवी की मां की तबीयत अक्सर खराब रहती है। वह ऑक्सिजन पर हैं और उनका घर पर इलाज चल रहा है। ऐसे में वह मां के साथ रहकर ही उनकी देखभाल कर रही थीं। वैभवी के नेपाल घूमने जाने के बाद उनकी बड़ी बहन संजीवनी अपनी मां की देखभाल करने आ गई थीं।

*ओडिशा के रहने वाले थे अशोक

पति अशोक त्रिपाठी ओडिशा के रहने वाले थे।वे सेवानिवृत जिला न्यायाधीश के पुत्र बताए गए हैं। अशोक और वैभवी ने लव मैरिज की थी। अशोक भुवनेश्वर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। वहीं, सॉफ्ट वेयर इंजिनियर वैभवी भी मुंबई के बीकेसी स्थित प्राइवेट ऑफिस में काम करती थी।पुत्र ने इंजियरिंग की पढ़ाई पूरी कर ली थी।जबकि,पुत्री पढ़ाई कर रही थी।बताया गया है कि अशोक ने मुंबई के बोरीवली में घर लिया हुआ था। तलाक के बाद वैभवी साल में 5-6 महीने इस घर में भी रहती थी। हालांकि, यह अभी किराये पर दे रखा है।

*उड़ान भरने के 15 मिनट बाद लापता हो गया था प्लेन
नेपाल में ‘तारा एयर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही उसका कंट्रोल टॉवर से संपर्क टूट गया। प्लेन में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के मुताबिक, विमान का मलबा मुस्तांग जिले के थसांग-2 में मिला है। विमान जब 14,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था तभी पहाड़ी से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। काठमांडू न्यूज पेपर की रिपोर्ट के अनुसार, मलबे से 20 शव बरामद हो चुके हैं। इन शवों में से 10 को कोवांग लाया गया।

*शिनाख्त की हालत में नहीं शव
विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और उसके टुकड़े इधर-उधर बिखरे पड़े हैं। स्थानीय निवासी इंद्रा सिंह के हवाले से कहा कि शवों के टुकड़े भी इधर-उधर बिखरे पड़े हैं और वे शिनाख्त की हालत में नहीं हैं। जनमंच डॉट कॉम’ की एक खबर के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मानापथ पर्वत के नीचे सनोसवेयर में मिला है। खबर में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया है कि विमान लांखु नदी के उद्गम स्थल के पास पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ और कई हिस्सों में टूटकर बिखर गया।

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