Friday, October 4

डीएम ने रक्सौल मुख्य पथ निर्माण पर लगाई रोक,जांच के लिए एसडीओ के नेतृत्व में 6 सदस्यीय कमिटी गठित!

रक्सौल।(vor desk )।काठमांडू-दिल्ली राज मार्ग के रक्सौल -बीरगंज खण्ड अंतर्गत रक्सौल शहर के मुख्य पथ के निर्माण के लिए अधिकृत एजेंसी द्वारा लापरवाही व अनियमितता की वजह से आम लोगों के साथ व्यवसायी व स्कूली बच्चे,मरीज त्राहि त्राहि कर रहे हैं।इस बाबत जन शिकायत पर पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सड़क निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया है।साथ ही छह सदस्यीय जांच कमिटी गठित कर दी है।साथ ही लापरवाही,अनियमितता व लोगों को हुई परेशानी के मद्देनजर कठोर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

बता दे कि पथ निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे इस सड़क का निर्माण कार्य सितंबर 2021 से ही शुरू हुआ,लेकिन,अभी पश्चिमी दिशा की एक लेन की सड़क पूरी नही हुई कि कन्स्ट्रक्शन कम्पनी ने पूर्वी साइड में भी गढ्डे को खोदने का काम शुरू कर शहर वासियों को परेशान कर दिया।

यही नही ,इस सड़क के आश्रम रोड के मुहाने पर ही जेसीबी से गढ्डे खोदने के बाद वहीं पिछले एक सप्ताह से जेसीबी को छोड़ कर ठेकेदार फरार हो गया।

इस वजह से शहर के इस मुख्य पथ सह रक्सौल को नेपाल के बीरगंज से जोड़ने वाली सड़क पर नेपाली ग्राहक से ले कर छात्र-छात्राएं ,एम्बुलेंस और व्यापारी तक बुरी तरह से परेशान हो गए।

इस मामले को ले कर विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने भी विगत माह यह मसला विधान सभा मे उठाया था।जिंसमे यह जिक्र किया गया था कि जिला प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण के लिए 3 दिसम्बर तक वन वे घोषित किया था,बावजूद यह सड़क पूरी नही हो सकी है।लोग परेशान हैं।

बताते हैं कि इस अवधि के पूर्ण होने के बाद रक्सौल प्रशासन ने भी जल्द से जल्द सड़क पूर्ण करने पर जोर दिया।यही नही ट्राफिक व्यवस्था के लिए पुलिस टीम भी तैनात की ।बावजूद,निर्माण एजेंसी व पथ निर्माण विभाग सुस्त चाल की शिकार तो रही ही,नियम कायदों को धत्तता बताते हुए खूब मनमानी की।बिना नाले का निर्माण किये सड़क का कार्य शुरू किया।पश्चिमी साइड के सड़क निर्माण में भी गुणवत्ता का ख्याल नही रखा गया।जगह जगह कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया।इस समस्या पर विभाग को शिकायत के बाद भी अनसुनी करते हुए दूसरे लेन की सड़क को बाट्टा चौक से खोदना शुरू कर दिया गया।इसके लिए न कोई सूचना दी गई।न ही बैरिकेटिंग की गई।इस बीच हुई बारिश के बहाने ठेकेदार काम छोड़ फरार हो चला।इस वजह से आये दिन दुर्घटना व जाम की समस्या कायम हो गई है।लोग पेशोपेश में हैं।आक्रोश भड़कता जा रहा है,जो,कभी भी फट सकता है।

इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए रक्सौल चेम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अरुण गुप्ता ने भी जिलाधिकारी को पत्र लिख कर व्यापारियों व आमजनों की पीड़ा रखी और उचित पहल व आवश्यक कार्रवाई की मांग की।लिखे पत्र में कहा गया है कि ठेकेदार की मनमानी व घोर लापरवाही से लोग त्रस्त हैं।व्यापारी व उपभोक्ता वर्ग छठ दीपावली के वक्त बहुत बेचारगी झेल चुका है।अब बेतरकिब कार्य व एक लेन के पूरा हुए बिना दूसरे लेन में कार्य शुरू करने से विपरीत स्थिति उतपन्न हो गई है।मीडिया प्रभारी शम्भू चौरसिया के मुताबिक,जाम में एम्बुलेंस व स्कूल बस फंसना आम बात हो गई है।लग्न के समय व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है,ऐसे में व्यापारी वर्ग की तकलीफ कम करने की दिशा में पहल की जाए।
इधर,इस पीड़ा पर पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ‘एक्शन मोड’ पर आ गए हैं।

उन्होंने इस मामले की जांच व स्थलगत रिपोर्ट के लिए छह सदस्यीय जांच कमिटी गठित की है।जिंसमे एसडीओ आरती,डीएसपी सतीश सुमन,डीसीएलआर राम दुलार राम, रक्सौल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी नगर सन्तोष कुमार सिंह ,ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल(रक्सौल )के कार्यपालक अभियंता दरभंगी राम समेत व्यापारिक प्रतिनिधि के रूप में चेम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अरुण गुप्ता को शामिल किया गया है।

जिलाधिकारी ने विभागीय पत्र में निर्देश दिया है कि कमिटी सड़क निर्माण कार्य के गुणवत्ता की जांच करेगी।दुर्घटना में कितने पेशेंट व प्रैग्नेंट महिलाओं को दिक्कत हुई,इसकी भी रिपोर्ट की जाए।यदि किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो निर्माण एजेंसी के साथ पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ,प्रमंडल मोतिहारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन समर्पित करें।

इस बीच,सीमा जागरण मंच के स्टेट कोर्डिनेटर महेश अग्रवाल ने जिलाधिकारी के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह जनहित व व्यापारी वर्ग के हित में उठाया गया सराहनीय कदम है।

वहीं,सामाजिक कार्यकर्ता नुरुल्लाह खान ने भी जिलाधिकारी को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि ठेकेदार के विरुद्ध जांच व कारवाई जरूरी थी।मंगलवार को ही आश्रम रोड की स्कूली छात्रा जेसीबी के कारण गिर कर चोटिल हो गई थी।जिसकी सूचना व उत्तपन्न समस्या से उन्हें अवगत कराया गया था।

गौरतलब है कि शहर के बाटा चौक से लक्ष्मीपुर वायरलेस तक 4.45 किलो मीटर के मुख्य पथ का निर्माण दो चरण में तय है।पहले फेज में लक्ष्मीपुर से कोइरिया टोला नहर चौक तक 3.2 किलो मीटर व 7 मीटर चौड़ी कालीकरण व दूसरे फेज में कोरिया टोला नहर चौक से बाटा चौक तक 1150 मीटर लंबी व 13 मीटर चौड़ी पीक्यूसी सड़क बनना प्रस्तावित है । डीपीआर की कुल लागत करीब 14 करोड़ 50 लाख रुपये बताई गई है।जबकि,पथ निर्माण विभाग की ओर से निर्माण एजेंसी के तौर पर ‘सोना इजिकौन कम्पनी(गोपालगंज ) को अधिकृत किया गया है।

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