Saturday, October 5

एसएसबी फिक्सिंग चेक पोस्ट के पास ई-रिक्शा चालक को अज्ञात बाइक सवारों ने चाकू मारा ,हुई मौत

रक्सौल।(vor desk)। भारत-नेपाल मैत्री पुल के पास अवस्थित एसएसबी फिक्सिंग चेक पोस्ट एरिया में एक नेपाली ई-रिक्सा चालक को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गुरुवार की शाम करीब 4 बजे चाकू मार दिया गया।जिससे उसकी मौत हो गई।एसएसबी जवान मूकदर्शक बने रहे।पुलिस नदारद रही।

इस घटना से आक्रोशित ई रिक्शा चालकों ने देर शाम आक्रोश जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया और कुछ देर आवाजाही भी अवरुध्द कर दिया।बाद में पुलिस के समझाने बुझाने पर मामला फिलहाल शांत हुआ।

घटना में मृतक ई रिक्शा चालक की पहचान मुजफ़्फ़रपुर जिला के मोतिपुर थाना के जगरनाथपुर निवासी जोगेन्द्र साह के पुत्र सुशील कुमार साह के रूप में हुयी है।

चर्चा रही कि मृतक नेपाल का रहने वाला है।वह नेपाली ई रिक्शा चलाता था। जिस कारण नेपाल पुलिस को इसकी सूचना दी गयी।जिससे नेपाली पुलिस भी पहुंची।जांच पड़ताल किया गया। जांच में स्पष्ट हुआ कि मृतक भारतीय नागरिक ही है। लेकिन,ई रिक्शा नेपाली नम्बर का था।

इस संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चालक अपनी ई-रिक्सा को पॉर्क कर रहा था कि दो लोग अपाची बाइक से आये और उसके साथ मारपीट की।झड़प के बीच उसे चाकू मार कर रफ्फूचक्कर हो गए।

बताया गया कि जख्मी ई रिक्शा चालक को डंकन अस्पताल ले जाया गया।लेकिन,नाजुक स्थिति के कारण दूसरी जगह ले जाने के क्रम में शरीर से अधिक रक्तस्त्राव की वजह से इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी।बीरगंज स्थित नारायणी हॉस्पिटल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

नेपाल पुलिस की टीम व हरैया ओपी पुलिस ने घटनास्थल पर संयुक्त जांच भी किया। मृतक के द्वारा दिये गये ब्यान के संबंध में नेपाली पुलिस टीम ने हरैया पुलिस को विशेष जानकारी भी दी। हरैया ओपी अध्यक्ष गौतम कुमार ने बताया कि मामले की गहन जांच पड़ताल की जा रही है।

बताते चले कि नेपाली व भारतीय ई रिक्शा चालक एक दूसरे देश मे नही आते जाते।इस कारण तनाव रहता आया है।बीते सप्ताह भी एक भारतीय ई रिक्शा चालक से बीरगंज में मारपीट कर बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था।उसके बाद नेपाली ऑटो चालकों से झड़प भी हुई थी।वहीं,तनाव चला आ रहा है।आरोप लग रहा है कि पेट्रोल वाले टेम्पू चालक यूनियन के लीडरों की इस मामले में संलिप्तता है।वहीं,सूत्रों ने दावा किया गया है कि घटना के तह में प्रतिबन्धित नशिली दवा कोरेक्स आदि की तस्करी व सेवन भी एक कारण है।

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