Tuesday, September 24

कोरोना पर भारी पड़ा होली का उत्साह:रक्सौल में शांति,सौहार्द व परम्परागत ढंग से रंगोत्सव सम्पन्न!

रक्सौल।( vor desk )।कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार के अलर्ट व गाइड लाइंस को ध्यान में रखते हुए सीमावर्ती रक्सौल में रंगों का महोत्सव का पर्व होली शालीनता व सादगी के बीच शांति पूर्ण ढंग से मनाई गई।कही किसी अप्रिय घटना की सूचना नही मिली।

उमंग, उल्लास, उत्साह और परंपरा के रंगोत्सव पर्व होली के अवसर पर इस बार सावधानी बरतते हुए घरों में ही होली मनाने पर जोर रहा।सड़को पर होली की धूम पिछले वर्षों जैसी नही दिखी।डीजे पर थिरकने वाला झुंड भी गायब रहा।अच्छी बात यह रही कि कि फूहड़ता,अश्लीलता और नाले के कीचड़ से होली खेलने से परहेज किया गया।सौहार्दपूर्ण वातावरण में गुलाल के साथ शाम में लोग एक दूसरे से मिलने पहुंचे गुलाल लगाया।शुभकामनाएं दी।

घरों में फगुआ का अंदाज बदला: फागुन में फगुआ खेलने का अंदाज इस बार पुराने मन मिजाज की ओर दिखा।सड़क पर धमाचौकड़ी बन्द होने के बाद लोगों ने परम्परागत ढंग से होली मनाई।गांव से शहर तक फगुआ और होली गीत के बीच अपनो के संग होली खेली।ढोल,तबला ,करताल,महफ़िल जमी और घण्टों लोगों ने जोगीरा गाते ,खाते खिलाते होली का आनन्द लिया गया।

नटराज की होली से शहर की अलग पहचान:देश भर में होली मनाने के अलग अलग तरीके हैं।रक्सौल की होली भी नटराज सेवा संगम की झांकी के कारण प्रसिद्ध है।शाम में इस टीम की झांकी का इंतजार सबको रहता है।यूं कहें कि इसके बिना रक्सौल की होली अधूरी होती है।यह झांकी भी प्रेरक और उदाहरणीय हुआ करती है।हालांकि,इस बार झांकी नही निकली।लेकिन,नटराज के सदस्य ढोल,करताल,आदि के साथ सतरंगी साफा बांधे जब निकले, तो,होली का अंदाज ही बदल गया।जगह जगह स्वागत हुआ।

टीम के गीत-,संगीत के बीच कोरोना काल की वजह से उपजी खुमारी को तोड़ते हुए माहौल को रंगीन बनाया।एक दूसरे को शुभकामनाएं देने की होड़ रही। होली खेले रघुवीरा अवध में …और होली आई प्यारी प्यारी जैसे गीतों पे थिरकते झूमते शहर में निकले इस मंडली में नगर परिषद के पूर्व सभापति ओम प्रकाश गुप्ता,भरत प्रसाद आर्य,पन्नालाल प्रसाद,जगदीश प्रसाद,श्यामा प्रसाद, बैजू जायसवाल,पूरण पटेल, अशोक कुमार, राजेश आर्य,मदन प्रसाद,धीरज कुमार,सूरज कुमार,अजय कुमार,नीरज कुमार, सुभाष प्रसाद,सुरेश कुमार,पप्पू पांडये,संतोष कुमार, सन्नी पटेल शामिल थे।जिन्होंने होली को यादगार बनाने की कोशिश की।

मन्दिर में भी जमा होली का रंग:मारवाड़ी समाज का परम्परागत डफ इस बार शहर में नही निकला।लेकिन,शहर के श्याम दिव्य योग मन्दिर में गीत-संगीत व भजन के बीच होली मनाई गई।एक दूसरे को शुभकामनाएं दी गई।इस दौरान विबेक स्वामी ,विजय शर्मा,, सीताराम गोयेल ,विशेष सीकरीया, गबर ठाकुर, प.रामजी शर्मा ,मनोज शर्मा ,,कैलाश शर्मा ,आदित्य स्वामी ,मधूसुधन शर्मा, राकेश स्वामी आदि ने इस कार्यक्रम को जीवंतता दी।

मटकाफोड़ होली:शहर में युवाओं का प्रयोग इस बार जारी रहा।इसी होड़ में मट काफोड होली मनाई गई।युवाओं की टीम ने इसका आयोजन किया।जिसमे खूब धमाचौकड़ी मची।इस आयोजन से होली का अंदाज ही बदल गया।

बच्चों ने पिचकारी से खेली होली:बच्चों ने अपने घर व महल्लो में जम कर होली खेली।पिचकारी से एक दूसरे को रंग डाली।बैलून में रंग भर कर दूसरों पर फोड़ने की शरारत भी जम कर की।

पंचायतों में जमा रंग:आगामी पंचायत चुनाव कोले कई मुखिया समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने होली मिलन समारोह का आयोजन कर लोगों को होली की बधाई दी।

गावँ -पंचायत में वोटरों की बल्ले बल्ले रही।क्योंकि उन्हें कपड़ा से ले कर दारू मांस बांटने तक की होड़ रही।वहीं,वर्तमान मुखिया व जन प्रतिनिधियो के साथ ही भावी उम्मीदवार घर घर पहुंच कर शुभकामनाएं दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected , Contact VorDesk for content and images!!