Sunday, September 29

पाथ बर्थिंग और प्लेटफॉर्म की कमी के कारण बापूधाम मोतिहारी पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस का रक्सौल तक विस्तार संभव नहीं : पूर्व मध्य रेलवे

● रक्सौल में पाथ बर्थिंग और प्लेटफॉर्म की कमी के कारण बापूधाम मोतिहारी पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस का रक्सौल तक विस्तार संभव नहीं : पूर्व मध्य रेलवे

● इस निर्णय में रेलवे द्वारा जनता के व्यापक हित को ध्यान में नहीं रखा गया, यह निर्णय तर्कसंगत नहीं, रेलवे द्वारा इस निर्णय पर पुनर्विचार किये जाने की आवश्यकता है : डॉ. शलभ

रक्सौल।(vor desk)।मोतिहारी से आरंभ की गई इंटरसिटी एक्सप्रेस को रक्सौल जं. तक विस्तारित किये जाने को लेकर शिक्षाविद डॉ. (प्रो.) स्वयंभू शलभ द्वारा पीएमओ को भेजे गए जन परिवाद पर पूर्व मध्य रेलवे ने अपना पक्ष रखा है। बताया है कि मोतिहारी से शुरू की गई ट्रेन रक्सौल पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस के बजाय एक नई ट्रेन है। बोर्ड के निर्देशानुसार जीरो बेस टाइम टेबल के दौरान स्लिप सेवाएं वापस ले ली गई हैं। यह एक नई ट्रेन है और बोर्ड द्वारा पेश की गई है। रक्सौल में उक्त ट्रेन के रेक को समायोजित करने के लिए बर्थिंग समस्या है। रक्सौल में पाथ बर्थिंग और प्लेटफॉर्म की कमी के कारण बापूधाम मोतिहारी पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस का रक्सौल तक विस्तार संभव नहीं है।
रक्सौल और मोतिहारी के बीच दो जोड़ी अतिरिक्त ट्रेन दिए जाने की डॉ. शलभ की मांग पर बताया है कि वर्तमान में 03 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस और 02 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन रक्सौल और मोतिहारी के बीच चल रही है।

डॉ. शलभ ने पीएमओ समेत रेल मंत्रालय व रेल बोर्ड को भेजे जन परिवाद में कहा है कि इस निर्णय में रेलवे द्वारा जनता के व्यापक हित को ध्यान में नहीं रखा गया है। यह निर्णय तर्कसंगत नहीं है। रक्सौल से चलनेवाली इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन अपने ओरिजिनेटिंग स्टेशन रक्सौल जं. से बंद कर मोतिहारी से आरंभ किये जाने से रक्सौल, रामगढ़वा समेत सीमावर्ती क्षेत्र की जनता स्तब्ध है। रेलवे द्वारा इस निर्णय पर पुनर्विचार किये जाने आवश्यकता है।

बताया है कि नरकटियागंज से पाटलिपुत्र तक जाने वाली इंटरसिटी मोतिहारी होकर पूर्ववत चल रही है। फिर रक्सौल जं. से चलने वाली इंटरसिटी को बंद कर केवल 10 मिनट के अंतराल पर एक नई इंटरसिटी को मोतिहारी स्टेशन से चालू किये जाने का कारण और औचित्य समझ से परे है।

इससे पूर्व इंटरसिटी का परिचालन रक्सौल जं. से किये जाने को लेकर डॉ. शलभ द्वारा पीएमओ को भेजे गए पत्र के आलोक में बीते 17 अप्रैल 2023 को पूर्व मध्य रेलवे द्वारा बताया गया कि सीधी ट्रेन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के बाद रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्लिप कोच को बंद कर दिया गया है।

इस संदर्भ में डॉ. शलभ ने कहा है कि जो ट्रेन मोतिहारी से आरंभ की गई है यदि वह सीधे रक्सौल से खुलती है और सुगौली-मोतिहारी होती हुई पाटलिपुत्र तक जाती है तो वहाँ स्लिप कोच का प्रश्न कहाँ है। सीधे खुलने वाली ट्रेन के लिए स्लिप कोच वाला कारण अपनेआप खत्म हो जाता है। पुनः वाशिंग और मेंटेनेंस के लिए इस ट्रेन को या तो रक्सौल या नरकटियागंज आना होगा। ऐसी स्थिति में इस ट्रेन का परिचालन रक्सौल से आरंभ कर देने से लोगों की समस्याओं का निदान भी हो जाएगा और ट्रेन को रक्सौल रेल यार्ड में उपलब्ध कोचिंग कॉम्प्लेक्स, वाशिंगपिट, मेंटेनेंस और ठहराव आदि की सुविधा भी मिल जाएगी।

डॉ. शलभ ने आगे बताया कि रक्सौल से सीतामढ़ी होकर दानापुर तक जाने वाली गाड़ी सं 15515/16 कभी इंटरसिटी 15202/01 का विकल्प नहीं बन सकती। इंटरसिटी सेवा के बंद किये जाने से रक्सौल समेत मसनाडीह, रामगढ़वा, धरमिनिया समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी आबादी प्रभावित हो रही है। सीमावर्ती नेपाल के लोग भी इस ट्रेन से लाभान्वित होते रहे हैं। इंटरसिटी एक्सप्रेस रक्सौल को राजधानी पटना से जोड़ने वाली एकमात्र ट्रेन है जो इस रूट की लाइफलाइन मानी जाती है और जो यहाँ के लोगों के लिए एक अनिवार्य सेवा के रूप में उपलब्ध रही है।

रक्सौल और रामगढ़वा से जिला मुख्यालय मोतिहारी आने जाने के लिए भी यह गाड़ी एक प्रमुख साधन रही है। इस क्षेत्र के ज्यादातर छात्रों का परीक्षा केंद्र मोतिहारी में रहता है। मोतिहारी में सिविल कोर्ट और अन्य सरकारी दफ्तर होने के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में इस क्षेत्र के लोगों का इस ट्रेन से आना जाना होता है। वैसे भी 24 घण्टे में केवल तीन जोड़ी ट्रेन रक्सौल से मोतिहारी के बीच दी गई है जो अपेक्षाकृत काफी कम है। यात्रियों की संख्या और जरूरत के लिहाज से रक्सौल और मोतिहारी के बीच कम से कम दो जोड़ी अतिरिक्त ट्रेन दी जानी चाहिए।

इस क्षेत्र के लोगों की परेशानी को देखते हुए अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर मोतिहारी से आरंभ की गई इंटरसिटी की सेवा को रक्सौल जं. तक विस्तारित किये जाने के साथ ही रक्सौल और मोतिहारी के बीच दो जोड़ी अतिरिक्त ट्रेन दिए जाने के प्रस्ताव पर भी विचार किये जाने की मांग की गई है।

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