रामगढ़वा।(vor desk)।जब तक वैज्ञानिक शिक्षा व्यवस्था नहीं होगी,तब तक सामाजिक व सांस्कृतिक परिवर्तन नहीं होगा और जब तक सामाजिक परिवर्तन नहीं होगा, तब तक समाज का सर्वांगीण विकास नहीं होगा।उक्त बातें रामगढ़वा के जैतापुर पंचायत में सोमवार को अम्बेडकर ज्ञान मंच द्वारा आयोजित अम्बेडकर जयंती समारोह सह पुस्तकालय के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षाविद मदन प्रसाद कुशवाहा ने कही।उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शिक्षा से मानव मस्तिष्क में ज्ञान,विज्ञान और तर्क आधारित ज्ञान का सृजन होगा तथा लोग सामाजिक कुरीतियों का त्याग कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ेंगे।यही बाबा साहेब के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।वही,विशिष्ट अतिथि मंच के संस्थापक मुनेश राम ने लोगों विशेषकर अभिवंचित वर्ग का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षायुक्त और नशामुक्त समाज ही अपने भविष्य का निर्माण कर सकता है,क्योंकि शिक्षा के अभाव व नशाखोरी ने ही बहुजन समाज के विकास को अवरूद्ध किया है।उन्होंने बाबा साहेब के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि भले ही पैरों में जूत्ते या चप्पल नही हो,किंतु बच्चों के हाथों में किताब जरूर होने चाहिए।केंद्रीय अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने बहुजन समाज के घरों में शिक्षा का अलख जगाने के साथ ही अंधविश्वास व पाखंडवाद के त्याग की अपील की।
वही,सदस्य चंद्रकिशोर पाल ने स्थानीय महिलाओं से बच्चो को शिक्षित बनाने व अपने समाज को नशामुक्त करने की शपथ दिलाई तथा उन्हें प्रतिदिन बच्चो को निकटस्थ विद्यालयों में पहुंचाने का आह्वान किया।आयोजक प्रमोद बैठा ने मंच की महता को उद्धृत करते हुए कहा कि सामाजिक परिवर्तन की धारा को मजबूत करने के लिए हमें खुद को जागरूक करने होंगे।इसके लिए युवा वर्ग को आगे आना होगा।कार्यक्रम का शुभारंभ आगत अतिथियों ने बाबा साहेब के तैलिय चित्र के समक्ष मुख्य अतिथि शिक्षाविद मदन प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व केक काट पुष्पार्चन अर्पित कर किया और संभाषण पश्चात अम्बेडकर पुस्तकालय सह प्रतिमा अनावरण का शिलान्यास भी किया गया।कार्यक्रम को चंद्रदीप पासवान, रामप्रवेश कुमार, रामपुकार भारती,राजू कुमार राम आदि ने संबोधित किया, जबकि मौके पर मधुबन राम, इंद्रासन राय,लालबाबु राम,सुरेश पासवान,संतोष राय,पैक्स अध्यक्ष प्रमोद राय,मुकेश कुमार,रवि पासवान,नंदलाल राम,महेंद्र बैठा,प्रदीप बैठा आदि मंचासिन रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता व धन्यवाद ज्ञापन प्रमोद बैठा ने किया।