Sunday, September 29

अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह रोकथाम हेतु रामगढ्वा में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

रक्सौल।(vor desk) । रामगढ़वा स्थित माध्यमिक विद्यालय सकरार के प्रांगण में एस डियो सह बाल विवाह प्रतिषेध पदाधिकारी सुश्री आरती के निर्देशानुसार रामगढ़वा के प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी सज्जाद आलम के अध्यक्षता में अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह की रोकथाम हेतु स्कूली बच्चों के समक्ष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसका आयोजक प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण एवं चाइल्ड लाइन सब सेन्टर रक्सौल के साथ मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया सशस्त्र सीमा बल 47 वीं वाहिनी पंटोका रक्सौल, नई रोशनी परियोजना, डंकन अस्पताल  रक्सौल के संयुक्त तत्वधान में उक्त जन जागरूकता अभियान किया गया।


प्रखंड विकास पधाधिकारी द्वारा स्कूली बच्चों और उनके अभिभावक को बताया कि बाल विवाह हमारी समाज के लिए चिन्ता का विषय है। इस पंचायत के पुजारी, मौलवी, टेंट हाउस वाले को इस कार्यक्रम मे शामिल किया ताकि बाल विवाह में समलित ना हो। बाल विवाह में न्यूनतम आयु बालिकाओ के लिए 18 वर्ष और बालकों के लिए 21वर्ष निर्धारित की गई है। बाल विवाह किसी को अच्छे स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के अधिकार से वंचित करता है। अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह के रोक थाम हेतु सभी धर्म स्थलों पर नजर रखी जायेगी। प्रयास जुवेनल एड सेंटर पूर्वी चंपारण की प्रयोजना एक्सिस टू जस्टिस की प्रमार्शदाता आरती कुमारी द्वारा बताया गया कि कम उम्र में विवाह के कारण लड़कियों को हिंसा, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का अधिक सामना करना पड़ता है। आगर आप के आस पास बाल विवाह हो रही है तो इसकी सूचना पुलिस को दे सकते हैं या आप के पंचायत के मुखिया को या फिर वार्ड पार्षद को दे सकते हैं या अपने मोबाइल से चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर कॉल कर सूचित कर सकते हैं।  मानव तस्कर रोधी इकाई एस एस बी 47 वाहिनी पंटोका रक्सौल इंस्पेक्टर मनोज शर्मा द्वारा बताया गया कि बाल विवाह से हमारे समाज के बच्चे और बच्चियों का भविष्य अंधेरे के तरफ जा रही है। ये हमारे समाज के लिए चिंता का विषय है। हम सभी को एक जुट हो कर बाल विवाह को मिटाने मे सहयोग करना होगा, ताकि हमारे बच्चो का भविष्य उज्ज्वल हो। बाल विवाह को सफल बनाने मे जो भी लोग सहयोग करेंगे उन पर कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
वही एसएसबी की सब इंस्पेक्टर नेहा सिंह द्वारा बच्चो का हौसला बढ़ाते हुए शिक्षा से जुड़े रहने के लिए कहा गया कि हम बेटियां भी किसी भी क्षेत्र मे किसी से पीछे नही है, तो फिर क्यों बाल विवाह जैसी अपराध को बढ़ावा दे। हमे इसका बहिष्कार करना चाहिए। नई रोशनी प्रयोजना डंकन हॉस्पिटल की डॉ वंदना कंठ द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाल विवाह रोक थाम हेतु भोजपुरी मे कविता सुनाया गया तथा सभी को उनके द्वारा बताया गया कि डंकन हॉस्पिटल रक्सौल के द्वारा बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणाम को नुकड़ नाटक के माध्यम से आप सभी को जागरूक किया जायेगा तथा हमारी परियोजना द्वारा कम्युनिटी के लोगो को मदद कर के उनकी बच्चियों को जो शिक्षा से जूरी रहना चाहती थी, उनकी शिक्षा जारी रखा गया है ताकि बाल विवाह ना हो। कार्यक्रम मे उच्च माध्यमिक विधालय प्रधानाध्यापक अजीत कुमार सिंह, शिक्षक, सकरार तथा पख्नैया पंचायत के मुखिया मदन सिंह, धीरज सिंह, जनप्रतिनिधि, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर के डॉ विजय कुमार शर्मा, राज गुप्ता, चाइल्ड लाइन सब सेंटर रक्सौल के अभिषेक कुमार पटेल, उमेश श्रीवास्तव, एसएसबी से अनिल कुमार शर्मा, डौली रानी, नई रोशनी प्रोजेक्ट डंकन हॉस्पिटल से जॉन थो, अब्बास अंसारी, अफजल हुसैन, रंजन कुमार, जयकिशुन राम, प्रणय महोंत्री, शशिकला, सैमुअल मसीह आदि और स्कूली छात्र एवम् छात्रा के साथ अभिभावक लोग लगभग दो से अधिक संख्या मे उपस्थित थे।

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